आस औलाद नाटक (कुलानंद घनसाला, २००१) की भूमिका में प्रसिद्ध रंग शिल्पी राजेन्द्र धस्माना ने रंगमंच, रंगकर्म, संचार विधा के गूढ़ तत्व, मंचन, कथासूत्र, सम्वाद, मंचन प्रबंधन, निर्देशक की भूमिका जैसे आदि ज्वलंत प्रश्नों पर कलम चलाई है.
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जून 2009 में उस वर्ष के ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में धोखाधड़ी के आरोपों के बाद, ईरान सरकार के द्वारा कई संचार विधा को अवरुद्ध किये जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने ट्विटर को जमावड़े का उपकरण और बाहरी दुनिया से संपर्क रखने की विधि के रूप में इस्तेमाल किया.
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आस औलाद नाटक (कुलानंद घनसाला, २ ०० १) की भूमिका में प्रसिद्ध रंग शिल्पी राजेन्द्र धष्माना ने रंगमंच, रंगकर्म, संचार विधा के गूढ़ तत्व, मंचन, कथासूत्र, सम्वाद, मंचन प्रबंधन, निर्देशक की भूमिका जैसे आदि ज्वलंत प्रश्नों पर कलम चलाई है.
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इस काउन्सलिंग से मीडिया एवं संचार विधा से जुड़े समस्त एम. बी. ए. पाठ्यक्रम, एम. सी. ए. पाठ्यक्रम, पत्रकारिता, जनसंचार, विज्ञापन-जनसंपर्क, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रसारण पत्रकारिता से संबन्धित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों, जनसंचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, मल्टीमीडिया, ग्राफिक्स एनीमेशन, बी. सी, ए.